Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 9 | बेताल पच्चीसी (सर्व श्रेष्ट वर कौन?)
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories | बेताल पच्चीसी :- हेलो दोस्तों कैसे हो आप सब ? आपका फिर हाजिर हैं, एक नई भूतिया स्टोरी के साथ। दोस्तों अगर आप Google पर अगर Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories | बेताल पच्चीसी सर्च कर रहे हैं तो आप बिलकुल सही जगह आये हो।
आप लोगो ने बहुत सी Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories | बेताल पच्चीसी पढ़ी होंगी । पर में आज आप को बताना चाहता हु की ये कहानियां शुरू कहा से ओर किसने की । उसके बाद एक एक कर सारी कहानिया एक के बाद एक बताऊंगा।
यह भी पढ़े
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories | वेताल पच्चीसी आरम्भ
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 1 (पापी कौन)
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 2 (पति कौन)
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 3 (पुण्य किसका)
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 4 (ज्यादा पापी कौन)
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 5 (असली वर कौन)
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 6 (स्त्री किसकी)
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 7 (किसका काम बड़ा)
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 8 (सबसे बढ़कर कौन)
Attitude Shayari
Bani Thani Kishangarh
![]() |
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 9 | बेताल पच्चीसी ~ thekahaniyahindi |
यह भी पढ़े
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories | वेताल पच्चीसी आरम्भ
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 1 (पापी कौन)
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 2 (पति कौन)
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 3 (पुण्य किसका)
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 4 (ज्यादा पापी कौन)
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 5 (असली वर कौन)
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 6 (स्त्री किसकी)
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 7 (किसका काम बड़ा)
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 8 (सबसे बढ़कर कौन)
Bani Thani Kishangarh
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories | बेताल पच्चीसी में हम आपको विक्रम और बेताल के रहस्य मयी कहानियो की सैर कराने जा रहे हैं, जिसमें प्रवेश करने के बाद आप लोगो को जरूर Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories | बेताल पच्चीसी की कहानियो का आनंद आएगा। तो कहानियो को पूरा पढ़े।
Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories - 9 | बेताल पच्चीसी (सर्व श्रेष्ट वर कौन?)
चम्मापुर नाम का एक नगर था, जिसमें चम्पकेश्वर नाम का राजा राज्य करता था। उसके सुलोचना नाम की रानी थी और त्रिभुवनसुंदरी नाम की लड़की। राजकुमारी यथा नाम तथा गुण थी।
जब वह बड़ी हुई तो उसका रूप और निखर गया। राजा और रानी को उसके विवाह की चिंता हुई। चारों ओर इसकी खबर फैल गई। बहुत-से राजाओं ने अपनी-अपनी तस्वीरें बनवा कर भेजी, पर राजकुमारी ने किसी को भी पसंद नहीं किया। राजा ने कहा, ‘बेटी, कहो तो स्वयंवर करूं?’ लेकिन वह राजी नहीं हुई।
आखिर राजा ने तय किया कि वह उसका विवाह उस आदमी के साथ करेगा, जो रूप, बल और ज्ञान, इन तीनों में बढ़ा-चढ़ा होगा।
एक दिन राजा के पास चार देश के चार वर आए।
एक ने कहा, ‘मैं एक कपड़ा बनाकर पांच लाख में बेचता हूं, एक लाख देवता को चढ़ाता हूं, एक लाख अपने अंग लगाता हूं, एक लाख स्त्री के लिए रखता हूं और एक लाख से अपने खाने-पीने का खर्च चलाता हूं। इस विद्या को और कोई नहीं जानता।’
दूसरा बोला, ‘मैं जल-थल के पशुओं की भाषा जानता हूं।’
तीसरे ने कहा, ‘मैं इतना शास्त्र पढ़ा हूं कि मेरा कोई मुकाबला नहीं कर सकता।’
चौथे ने कहा, ‘मैं शब्दवेधी तीर चलाना जानता हूं। ‘
चारों की बातें सुनकर राजा सोच में पड़ गया। वे सुंदरता में भी एक-से-एक बढ़कर थे। उसने राजकुमारी को बुलाकर उनके गुण और रूप का वर्णन किया, पर वह चुप रही।
इतना कहकर बेताल बोला, ‘राजन्, तुम बताओ कि राजकुमारी किसको मिलनी चाहिए?’
राजा बोला, ‘जो कपड़ा बनाकर बेचता है, वह शूद्र है।
जो पशुओं की भाषा जानता है, वह ज्ञानी है।
जो शास्त्र पढ़ा है, ब्राह्मण है; पर जो शब्दवेधी तीर चलाना जानता है, वह राजकुमारी का सजातीय है और उसके योग्य है। राजकुमारी उसी को मिलनी चाहिए।’
राजा के इतना कहते ही वेताल गायब हो गया। राजा बेचारा वापस लौटा और उसे लेकर चला तो उसने दसवीं कहानी सुनाई।
तो दोस्तों उम्मीद हैं आप लोगो को आज की कहानी Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories | वेताल पच्चीसी में आप लोगो को पसंद आई तो कमेंट करके जरूर बताये और साथ ही दोस्तों Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories | वेताल पच्चीसी को Facebook, Twitter पर जरूर शेयर करे। आपके विचारो का हमारे यहाँ स्वागत हैं।
जब वह बड़ी हुई तो उसका रूप और निखर गया। राजा और रानी को उसके विवाह की चिंता हुई। चारों ओर इसकी खबर फैल गई। बहुत-से राजाओं ने अपनी-अपनी तस्वीरें बनवा कर भेजी, पर राजकुमारी ने किसी को भी पसंद नहीं किया। राजा ने कहा, ‘बेटी, कहो तो स्वयंवर करूं?’ लेकिन वह राजी नहीं हुई।
आखिर राजा ने तय किया कि वह उसका विवाह उस आदमी के साथ करेगा, जो रूप, बल और ज्ञान, इन तीनों में बढ़ा-चढ़ा होगा।
एक दिन राजा के पास चार देश के चार वर आए।
एक ने कहा, ‘मैं एक कपड़ा बनाकर पांच लाख में बेचता हूं, एक लाख देवता को चढ़ाता हूं, एक लाख अपने अंग लगाता हूं, एक लाख स्त्री के लिए रखता हूं और एक लाख से अपने खाने-पीने का खर्च चलाता हूं। इस विद्या को और कोई नहीं जानता।’
दूसरा बोला, ‘मैं जल-थल के पशुओं की भाषा जानता हूं।’
तीसरे ने कहा, ‘मैं इतना शास्त्र पढ़ा हूं कि मेरा कोई मुकाबला नहीं कर सकता।’
चौथे ने कहा, ‘मैं शब्दवेधी तीर चलाना जानता हूं। ‘
चारों की बातें सुनकर राजा सोच में पड़ गया। वे सुंदरता में भी एक-से-एक बढ़कर थे। उसने राजकुमारी को बुलाकर उनके गुण और रूप का वर्णन किया, पर वह चुप रही।
इतना कहकर बेताल बोला, ‘राजन्, तुम बताओ कि राजकुमारी किसको मिलनी चाहिए?’
राजा बोला, ‘जो कपड़ा बनाकर बेचता है, वह शूद्र है।
जो पशुओं की भाषा जानता है, वह ज्ञानी है।
जो शास्त्र पढ़ा है, ब्राह्मण है; पर जो शब्दवेधी तीर चलाना जानता है, वह राजकुमारी का सजातीय है और उसके योग्य है। राजकुमारी उसी को मिलनी चाहिए।’
राजा के इतना कहते ही वेताल गायब हो गया। राजा बेचारा वापस लौटा और उसे लेकर चला तो उसने दसवीं कहानी सुनाई।
तो दोस्तों उम्मीद हैं आप लोगो को आज की कहानी Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories | वेताल पच्चीसी में आप लोगो को पसंद आई तो कमेंट करके जरूर बताये और साथ ही दोस्तों Vikram Betal Story in Hindi | Vikram Betal Stories | वेताल पच्चीसी को Facebook, Twitter पर जरूर शेयर करे। आपके विचारो का हमारे यहाँ स्वागत हैं।
धन्यवाद
Tags - vikram betal, vikram and betal, vikram betal serial, vikram betaal ki rahasya gatha
0 Comments
Please do not enter any spam link in the comment box.